ठाकुर जी की अनोखी लीला: जब उन्होंने एक वैश्या का मुकुट पहना
ठाकुर जी की अनोखी लीला: जब उन्होंने एक वैश्या का मुकुट पहना परिचय क्या भगवान किसी जाति, पेशे, पद, या समाज द्वारा निर्धारित मान्यताओं के आधार पर अपने भक्तों को स्वीकार करते हैं? या फिर भक्ति केवल हृदय की पवित्रता पर निर्भर करती है? यह कथा एक ऐसी स्त्री की है जिसे समाज ने अपवित्र