जब एक भक्त ने ठाकुर जी को छोड़कर शंकर जी की पूजा शुरू की, फिर क्या हुआ?

जब एक भक्त ने ठाकुर जी को छोड़कर शंकर जी की पूजा शुरू की

जब एक भक्त ने ठाकुर जी को छोड़कर शंकर जी की पूजा शुरू की, फिर क्या हुआ? परिचय भक्त और भगवान का संबंध अत्यंत मधुर होता है। भगवान अपने भक्तों की हर इच्छा को पूरा करते हैं, लेकिन कई बार वे अपने प्रिय भक्तों की परीक्षा भी लेते हैं। ऐसी ही एक अद्भुत कथा है

ठाकुर जी की अनोखी लीला: जब उन्होंने एक वैश्या का मुकुट पहना

ठाकुर जी की अनोखी लीला: जब उन्होंने एक वैश्या का मुकुट पहना

ठाकुर जी की अनोखी लीला: जब उन्होंने एक वैश्या का मुकुट पहना परिचय क्या भगवान किसी जाति, पेशे, पद, या समाज द्वारा निर्धारित मान्यताओं के आधार पर अपने भक्तों को स्वीकार करते हैं? या फिर भक्ति केवल हृदय की पवित्रता पर निर्भर करती है? यह कथा एक ऐसी स्त्री की है जिसे समाज ने अपवित्र