सिमसा माता मंदिर: एक अद्भुत स्थल जहां मां देती हैं संतान सुख का आशीर्वाद
Unique Temple for Fertility in India– हिमाचल प्रदेश की दिव्य भूमि में एक ऐसा पवित्र स्थल है, जहां भक्तों को संतान सुख का आशीर्वाद मिलता है। यह स्थान है सिमसा माता मंदिर, जो हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सिमस गांव में स्थित है। मान्यता है कि जो भी नि:संतान दंपत्ति यहां संतान की प्राप्ति की कामना से आते हैं, उनकी गोद मां सिमसा के आशीर्वाद से भर जाती है। यह मंदिर न सिर्फ अपनी चमत्कारी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसकी अद्भुत कथा भी इसे आस्था का बड़ा केंद्र बनाती है।
सिमसा माता मंदिर का अद्भुत इतिहास
सिमसा माता मंदिर हिमाचल के मंडी जिले के लडभड़ोल क्षेत्र में स्थित है। लगभग 200 साल पुराना यह मंदिर सिमस गांव में एक पहाड़ी पर स्थित है, जो न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। मंदिर की स्थापना से जुड़ी एक किवदंती काफी प्रसिद्ध है। एक बार सिमस गांव के टोभा सिंह नामक व्यक्ति ने महाशिवरात्रि के दिन कंदमूल खोदते हुए अचानक जमीन पर औजार मारा, तो वहां से दूध, पानी और फिर खून की धारा निकलने लगी। यह देखकर वह डर गया और घर लौट आया। रात को उसे साक्षात माता सिमसा के दर्शन हुए। माता ने उससे कहा कि वह फिर से उसी स्थान पर जाकर खुदाई करे और जो मूर्ति मिले, उसकी स्थापना करे। टोभा सिंह ने ऐसा ही किया और कन्या रूपी मूर्ति को पालकी में सजाकर वहां स्थापित कर दिया। तब से यह स्थान माता सिमसा के पवित्र मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है।
निसंतान दंपत्तियों के लिए आस्था का केंद्र
सिमसा माता मंदिर को संतान प्राप्ति के लिए चमत्कारी माना जाता है। इस मंदिर में मान्यता है कि जो भी नि:संतान दंपत्ति माता के फर्श पर सोते हैं, उन्हें माता सपने में आकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं। यहां पर नवरात्रों के दौरान विशेष रूप से “सलिंद्रा” उत्सव मनाया जाता है, जिसमें महिलाएं मंदिर के फर्श पर सोती हैं और माता सिमसा उन्हें सपने में आकर संतान का आशीर्वाद देती हैं। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि माता सपने में ही संतान के लिंग का भी संकेत देती हैं। उदाहरण के तौर पर, यदि महिला को अमरुद या केला सपने में मिलता है, तो इसका मतलब है कि उसे बेटा प्राप्त होगा। वहीं, यदि भिंडी या लौकी मिले, तो बेटी होने का संकेत होता है।
अगर सपने में धातु, लकड़ी, या पत्थर की वस्तु दिखाई दे, तो माना जाता है कि संतान प्राप्ति नहीं होगी। इस प्रकार, माता सिमसा न सिर्फ संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं, बल्कि आने वाली संतान के लिंग का भी संकेत देती हैं।
माता सिमसा की अद्भुत शक्तियां
मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए विशेष रूप से पूजा-अर्चना होती है। माता सिमसा को ‘संतानदात्री’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां आने वाले भक्तों की सूनी गोद भर जाती है। नवरात्रों के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, और हर कोई अपनी मुरादें लेकर माता के दरबार में आता है। यहां विशेष रूप से नि:संतान दंपत्ति माता से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद पाने आते हैं।
यह भी मान्यता है कि जो महिला संतान प्राप्ति की इच्छा से माता के फर्श पर पूरी रात सोती है, उसे अवश्य संतान का आशीर्वाद मिलता है। माता सिमसा की कृपा से न सिर्फ महिलाओं की सूनी गोद भर जाती है, बल्कि उनके जीवन में खुशियों का संचार हो जाता है।
सलिंद्रा उत्सव: एक अनोखा आयोजन
सिमसा माता मंदिर का सबसे प्रसिद्ध उत्सव है सलिंद्रा। यह उत्सव नवरात्रों के दौरान मनाया जाता है और इसमें नि:संतान महिलाएं मंदिर के फर्श पर दिन-रात सोती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान माता सिमसा उनके सपने में आकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं। इस उत्सव का नाम ‘सलिंद्रा’ स्थानीय भाषा में स्वप्न या ड्रीम के अर्थ में प्रयुक्त होता है, क्योंकि माता सपने में ही आकर अपने भक्तों को संतान सुख का वरदान देती हैं।
धार्मिक और सामाजिक महत्त्व
मंदिर की सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त माता सिमसा के मंदिर में श्रद्धा और भक्ति से आता है, उसकी मुराद अवश्य पूरी होती है। माता सिमसा को संतान सुख प्रदान करने वाली देवी माना जाता है, और उनके भक्त उन्हें संतानदात्री माता के रूप में पूजते हैं। यहां आने वाले भक्त कभी निराश होकर नहीं लौटते, और माता अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं।
कैसे पहुंचे सिमसा माता मंदिर?
सिमसा माता मंदिर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सिमस गांव में स्थित है। यह मंदिर बैजनाथ से लगभग 25 किलोमीटर और जोगिंदर नगर से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए स्थानीय परिवहन सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, और भक्त बड़ी संख्या में यहां दर्शन करने आते हैं। (इसे भी पढे- धर्म की सीमाओं से परे:भरतपुर के मनसा देवी मंदिर में मुस्लिम परिवार की अनूठी भक्ति)
निष्कर्ष
सिमसा माता मंदिर उन लोगों के लिए एक आश्रय है जो संतान सुख की कामना करते हैं। यहां की धार्मिक मान्यताओं और माता सिमसा की चमत्कारी शक्तियों के कारण यह मंदिर भक्तों के बीच बहुत ही प्रतिष्ठित है। हर वर्ष यहां हजारों दंपत्ति माता का आशीर्वाद लेने आते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अगर आप भी संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो सिमसा माता के दरबार में श्रद्धा और विश्वास के साथ आकर अपने जीवन में खुशियों की बरसात ला सकते हैं।